Islamic
bayan
दोस्तों
आज हम बात करने वाले हैं Islamic bayan में रमज़ान का चाँद देखने के बारे में, रमज़ान का चाँद देखना का Islamic bayan क्या है हमारे त्योहारों में हम लोग चंद
को देख कर कोई भी त्योहार को मनाते हैं या बात तो सारे लोगों को मालूम है, लेकिन कभी ऐसा होता है कि जिस दिन चाँद निकलने वाला होता है तो उस दिन
आसमान पर बादल छा जाते हैं और हमें चाँद दिखाई नहीं देता है,
तो ऐसे में हम कसी दूसरे के काही हुई बातों में बिस्वास करते हैं, और इस तरह हम अपना त्योहार मनाते हैं, तो मैं आज
इसी के बारे में बताने वाला हूँ कि अगर आपको कभी चाँद न दिखाई दे तो आप किस तरह एक
दूसरे की बातों पर विसवास करेंगे और इसमें Islamic bayan क्या है इसके बारे में डीटेल में जानेंगे । तो चलिये शुरू करते हैं कि
चाँद देखने के बारे में Islamic bayan क्या है ।
जुमा की नमाज़
Islamic
bayan – रमज़ान का चाँद
दोस्तों
अगर आप चाँद देख रहे हैं और आपको चाँद न दिखाई दे तो किस तरह आप चाँद को देख सकते
हैं और अगर आपने चाँद को देखा ही नहीं है तो किस तरह एक दूसरे के कही हुई बातों पर
बिस्वास कर सकते है इसके बारे में Islamic
bayan क्या है इसके बारे में
जानेंगे अगर आसमान में गुबार है या बादल छाया हुआ है उस वजह से रमज़ान का चाँद नज़र
नहीं आया लेकिन एक दीनदर परहेज़गार आदमी ने गवाही दी कि मैंने रमज़ान का चाँद देखा
है तो रमज़ान के चाँद का सबूत हो गया, अब उसकी बात का ऐतबार किया जाएगा और आप भी ऐसे दीनदार परहेज़गार सख्श का
ऐतबार कर सकते हैं, जिसने चाँद देखा है चाहे वह मर्द हो या
औरत । यही चाँद देखने का Islamic bayan है ।
ईद
का चाँद देखना - Islamic bayan in
hindi
दोस्तों
जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि रमज़ान का चाँद अगर आपको दिखाई नहीं देता है, और अगर किसी दीनदार परहेजगार औरत या मर्द
ने चाँद को देखा तो उसका ऐतबार किया जाएगा, लेकिन अब हम बात
करने वाले हैं ईद का चाँद देखना इसमें Islamic bayan क्या
है, क्या ईद का चाँद भी ऐसे ही ऐतबार किया जाएगा ? तो ऐसा नहीं है अगर आसमान पर बदली की वजह से ईद का चाँद देखना न नसीब हुआ
तो एक शख्स की गवाही का ऐतबार नहीं किया जाएगा चाहे वह जितना बड़ा मोतबर आदमी हो, बल्कि जब दो मोतबर और परहेज़गार, या एक दीनदार मर्द
और दो दीनदार औरतें अपने ईद के चाँद देखने की गवाही दें तब ईद के चाँद का सबूत
होगा यह Islamic bayan है और अगर चार औरतें गवाही दें
तो भी कबुल नहीं है ।
अगर
आसमान बिलकुल साफ हो तो दो चार आदमियों के कहने और गवाही देने से चाँद साबित न
होगा चाहे रमज़ान का चाँद हो या ईद का चाँद अलबत्ता इतनी कसरत से लोग अपना चाँद
देखना Islamic bayan करें कि दिल गवाही देने लगे कि यह सब बात
बनाकर नहीं आए हैं इतने लोगों का झूठ होना किसी तरह भी नहीं हो सकता, तो इसमें Islamic bayan यह है कि तब चाँद
साबित हो गया ।
अगर
शहर भर में यह खबर मशहूर हो गयी कल चाँद हुआ है और बहुत लोगों ने देखा है लेकिन उस
लोगों को बहुत ढूंदने और पूछने पर कोई ऐसा आदमी नहीं मिला जो कहे कि मैंने खुद
चाँद देखा है तो Islamic bayan में ऐसी खबर का कुछ ऐतबार नहीं है ।
एक
शहर वालों का चाँद देखना दूसरे शहर वालों पर भी हुज्जत है उन दोनों शहर वालों में
कितना ही फासला क्यूँ न हो हत्ता कि इब्तेदाए मगरीब में चाँद देखा जाए, और उसकी खबर मोतबर तरीके से इंतेहाई मशरिक़
के रहने वालों को पहुँच जाए इसमें Islamic bayan यह
है कि तो उन पर उस दिन का रोज़ा ज़रूरी होगा ।
तो
दोस्तों यह थी एक छोटी सी जानकारी Islamic
bayan चाँद देखने के बारे में
उम्मीद करता हूँ कि आपको यह Islamic bayan काफी पसंद
आया होगा, और आपके लिए काफी हेल्पफूल रहा है ।
तो
अगर इससे संबन्धित कोई और सवाल है तो आप हमसे पुछ सकते है, आप कमेंट करें । और इस पोस्ट को अपने
दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें ।
शूकरिया
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Posted by – JM Islamic Official
1 Comments
Bahut achcha
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